Description
युगाचार्य स्वामी विवेकानन्द के जीवन तथा कार्य के विषय में समाज के सभी आयुवर्गों में अत्यंत आकर्षण तथा जिज्ञासा का भाव है। हिन्दी में स्वामीजी की कई जीवनीयाँ पहले ही प्रकाशित हो चुकी हैं, तथापि बालकों एवं किशोरों के लिए उपयुक्त तथा प्रेरक एक छोटी प्रामाणिक जीवनी की विशेष आवश्यकता का बोध हो रहा था। प्रस्तुत जीवनी उसी आवश्यकता की पूर्ति हेतु लिखी गई है। इसकी सजावट में स्वामीजी के अनेक वास्तविक छायाचित्रों का उपयोग हुआ है। इससे बालकों पर स्वामीजी के व्यक्तित्व की और भी गहरी छाप डालने में सहायता मिलेगी।
Contributors : Swami Yogatmananda, Swami Videhatmananda