Description
यह पुस्तक मौलिक रूप में स्वामी विवेकानन्दजी द्वारा अँग्रेजी में लिखी गई थी । पवहारी बाबा के प्रति स्वामी जी की बड़ी श्रद्धा और निष्ठा थी। इन महात्मा का जीवन कितना उच्च तथा उनकी आध्यात्मिक साधनाएँ कितनी महान् थीं इसका संक्षिप्त विवरण हमें इस पुस्तक से प्राप्त होगा। हम कह सकते हैं कि उनके जीवन-काल की समस्त घटनाएँ हमारे लिए स्फूर्तिदायी एवं पथप्रदर्शक हैं।
Contributors : Swami Vivekananda, Swami Shivatattwananda