Description
जपान में टोकियोस्थित श्री शिवजी वेलजी कोठारी द्वारा आयोजित सभा में स्वामी रंगनाथानन्दजी महाराज द्वारा दिनांक 7 मई 1986 को प्रदत्त अंग्रेजी व्याख्यान का यह हिन्दी अनुवाद है। स्वामी रंगनाथानन्दजी महाराज ने इस पुस्तक का हिन्दी अनुवाद प्रकाशित करने के लिए हमें लिखा था। इस पुस्तक का हिन्दी अनुवाद जयपुर निवासी श्री दुर्गेश कुमार शर्मा ने बड़ी तत्परतापूर्वक किया है। हम उन्हें हार्दिक धन्यवाद देते हैं।
Contributors : Swami Ranganathananda, Sri Durgesha Kumar Sharma