Description
यह पुस्तक अमरीकी श्रोतागणों के सम्मुख स्वामी सारदानन्दजी द्वारा दिए गए एक भाषण का हिन्दी अनुवाद है। हमें विश्वास है कि यह पुस्तक उन लोगों के लिए विशेष लाभदायक सिद्ध होगी जो संक्षेप में आज के संसार के धार्मिक एवं दार्शनिक विचारों के साथ वेदान्त के मूल तत्त्वों की रूपरेखा का सम्बन्ध जानने के इच्छुक हैं।
Contributors : Swami Saradananda, Sri Trigunananda Shukla