Description
‘शान्ति और धन्यता का दिव्य पथ’ नामक यह पुस्तक पाठकों के सम्मुख रखते हुए हर्ष हो रहा है। यह पुस्तक श्रीरामकृष्ण मठ, चेन्नई द्वारा प्रकाशित The Way of Peace and Blessedness नामक पुस्तक का हिन्दी अनुवाद है। इस पुस्तक के लेखक स्वामी परमानन्द स्वामी विवेकानन्दजी के शिष्य थे। विदेश में रहकर उन्होंने अनेक साधकों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन करने हेतु अनेक पत्र लिखे थे। प्रस्तुत पुस्तक उन्हीं पत्रों का सारसंकलन है। मन-वचन की पवित्रता ही आध्यात्मिक जीवन का सार है। इस पुस्तक के प्राक्कथन में भगिनी देवमाता ने इसी को उजागर किया है।
Contributors : Swami Paramananda, Sri Ramakumar Gauda