Description
जड़वाद या भोगवाद के परिणामस्वरूप आज मानवजीवन में जो भयंकर अशांति फैल गयी है उसे दूर करने के लिए परमशांतिदाता त्यागीश्वर भगवान् श्रीरामकृष्णदेव के जीवन एवं सन्देश के अध्ययन-अनुशीलन की अत्यंत आवश्यकता है। उनके दिव्य जीवन एवं उपदेशों का जितना अधिक प्रचार-प्रसार होगा उतना ही मानवजाति का कल्याण होगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए उनकी यह संक्षिप्त जीवनी प्रकाशित की गई है।
Contributors : Swami Apurvananda, Swami Videhatmananda