Description
प्रस्तुत पुस्तिका ‘श्रीरामकृष्ण-संघ का होमकुण्ड’ बंगला ग्रन्थ का अनुवाद है, जिसे श्रीमत् स्वामी विमलात्मानन्दजी महाराज ने विभिन्न ग्रन्थों से संकलित किया है। इसमें हम देख पाते हैं कि श्रीरामकृष्ण-संघ का अंकुरण किन विषम परिस्थितियों में कठोर त्याग-तपस्या के द्वारा हुआ है। वर्तमान समय के इस विशाल श्रीरामकृष्ण-संघ रूपी वृक्ष का विकास इन्हीं त्याग, तपस्यामय कठोर साधनाओं पर विकसित एवं दृढ़ प्रतिष्ठित हो रहा है। हमें विश्वास है कि जिज्ञासु पाठकों को इस पुस्तिका के माध्यम से श्रीरामकृष्ण-संघ के उद्भव की जानकारी प्राप्त होगी एवं आध्यात्मिक जीवन में आगे बढ़ने के लिए साधन-भजन, जप-ध्यान आदि के लिए प्रेरणा प्राप्त होगी।
Contributors : Swami Vimalatmananda, Dr. Shaila Pandeya, Compilation