Description
प्रस्तुत पुस्तक में स्वामी विवेकानन्दजी ने महात्मा ईसा के जीवन-चरित्र की विवेचना प्राच्य दृष्टिकोण से बड़ी सुन्दर रीति से की है। इस महान् अवतार की जीवनी की इस प्रकार की मीमांसा अपने ढंग की अनोखी है। नि:संकोच कहा जा सकता है कि महात्मा ईसा ने ईश्वरलाभ, शान्ति एवं शुद्धता का जो दैवी सन्देश दिया है वह विश्वशान्ति स्थापित करने में अपना ही स्थान रखेगा विशेषकर साधकों के लिए इस महान् आत्मा की आध्याात्मिक शिक्षाएँ बड़ी ही हितकर होंगी।
Contributors : Swami Vivekananda, Sri Harivallabha Joshi